आखिर पकड़े ही गए कमलेश तिवारी के हत्यारे ATS ने गुजरात राजस्थान बॉर्डर से पकड़ा
कमलेश तिवारी हत्याकांडः कमलेश तिवारी की हत्या के आरोपियों को लेकर कई दिनों से पुलिस पर सवाल उठाए जा रहे थे। वहीं अब पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई कर दोनों मुख्य आरोपियों अशफाक और मोईनुद्दीन को गिरफ्तार कर लिया है। गुजरात एटीएस ने दोनों को गुजरात-राजस्थान के बार्डर पर गिरफ्तार किया है। गुजरात पहुंचने से पहले ही दोनों आरोपियों को गुजरात एटीएस ने गिरफ्तार कर लिया है। बता दें कि दोनों आरोपियों पर पुलिस ने ढाई-ढाई लाख का इनाम रखा था।कमलेश हत्याकांड की गुत्थी सुलझ गई है। पुलिस ने इस हत्याकांड के दो मुख्य आरोपी अशफाक और मोईनुद्दीन को गुजरात एटीएस ने गुजरात-राजस्थान बार्डर पर गिरफ्तार किया है। हत्या के 5वें दिन दोनों का गिरफ्तार होना और आठ अलग-अलग जगहों से हुई गिरफ्तारी होना पुलिस के लिए बड़ी कामयाबी है। वहीं डीजीपी ओपी सिंह ने हिन्दी ख़बर से बात करते हुए बताया कि दोनों आरोपी सूरत के रहने वाले है और पाकिस्तान भागने की फिराक में थे। दोनों आरोपियों ने गिरफ्तारी के बाद अपना गुनाह भी कबूल कर लिया है।
हालांकि पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ होना बाकी है औऱ पूछताछ होने के बाद ही हत्या के पीछे के कारणों का पता चलेगा। बता दें कि इससे पहले इस मामले में पुलिस ने कर्नाटक से एक संदिग्ध को गिरफ्तार किया था। वहीं इसके साथ ही इस मामले में ये 5वीं गिरफ्तारी थी। इस मामले में अब मुख्य आरोपियों के साथ कुल 7 गिरफ्तारी हो चुकी है। वहीं पुलिस इस मामले में आरोपियों से पूछताछ कर तमाम चीजें और किस मकसद से हत्या की गई है जैसे सभी कारणों का पता लगाएगी। फिलहाल गुजरात एटीएस कार्रवाई के बाद दोनों आरोपियों को यूपी पुलिस को सौंप देगी।वहीं गुजरात एटीएस के डीआईजी हिमांशु शुक्ला ने बताया कि दो वांछित आरोपी अशफाक और मोइनुद्दीन पठान को शामलाजी के पास गुजरात-राजस्थान सीमा से गिरफ्तार किया गया है। गुजरात एटीएस को जानकारी थी कि वे गुजरात में प्रवेश करने जा रहे हैं, उसी आधार पर हमने अपनी टीम को सीमा पर स्थानांतरित किया और उन्हें पकड़
बता दें कि लखनऊ में हिन्दू समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष कमलेश तिवारी की 18 अक्टूबर की दोपहर उसके घर में घुसकर आरोपियों ने हत्या कर दी थी। इसके बाद से आरोपी होटल, मोबाइल स्टोर आदि जगहों पर अपनी वास्तविक पहचान भी छोड़ते गए लेकिन हत्या के चार दिन बाद तक भी यूपी पुलिस को उनकी गिरफ्तारी नहीं मिली थी। पुलिस की कई टीमें आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए कई इलाकों में छापेमारी कर संदिग्ध लोगों से पूछताछ कर रही थी। इसके बाद अब पुलिस ने मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।