४ महीने में हुए ७ कांस्टेबल घायल
मुंबई : मुंबई में ट्रैफिक समस्या विकराल रूप धारण करती जा रही है, इससे निपटने के लिए ट्रैफिक पुलिस पूरे दमखम के साथ मुंबई भर में जुटी रहती है। इसके बावजूद ट्रैफिक नियम तोड़ने और ऐसा करनेवालों को रोकने का खामियाजा ट्रैफिक पुलिस को भुगतना पड़ता है। विगत चार महीने में ट्रैफिक पुलिस पर हमले की सात घटनाएं सामने आ चुकी हैं। इन बढ़ती घटनाओं को देखते हुए ट्रैफिक पुलिस ने एक सर्वे कर यह पता लगाया है कि शहर और उपनगरों में ऐसे कुल १३० स्थल मौजूद हैं, जो पुलिसवालों के लिए टेरर जंक्शन साबित हो रहे हैं। टेरर जंक्शन अर्थात वैसे ‘चौराहे’ जहां पुलिसवालों को बदमाश वाहन चालकों से ज्यादा खतरा है। भिंडी बाजार, ताड़देव, अंधेरी, बांद्रा, माहिम, गोरेगांव, गोवंडी, मानखुर्द, मालाड, दादर, पायधुनी आदि इलाकों के नाम इस १३० टेरर जंक्शन में शामिल हैं। इनमें से कई मुस्लिम इलाके हैं, जहां बाइकर्स की बदमाशियां अपने चरम पर हैं। इन जंक्शनों पर ड्यूटी करनेवाले ट्रैफिक पुलिसवाले हमेशा टेंशन में रहते हैं। इन पर अब लगाम कसने के लिए ट्रैफिक पुलिस जवानों को बॉडी वैâमरा से लैस किया जाएगा। इस वैâमरे के जरिए बदमाश चालकों की करतूत वैâद की जा सकेगी।
ट्रैफिक का नियम तोड़ने और टोकने पर पुलिस को ही पीटनेवाले बदमाश बाइकर्स की अब खैर नहीं। ट्रैफिक पुलिस अब उन पर हाईटेक वैâमरे से नजर रखनेवाली है। ट्रैफिक पुलिस को जल्द ही ऐसे ११० हाईटेक वैâमरे दिए जाएंगे। वर्ष २०१६ में बांद्रा में ट्रैफिक पुलिस के हेड कांस्टेबल विलास शिंदे को उस समय अपनी जान गंवानी पड़ी, जब उन्होंने एक नाबालिग से बाइक के कागजात और लाइसेंस की मांग की। इस बाइकर ने बचने के लिए विलास शिंदे को धक्का मार दिया, जिससे उनकी मौत हो गई। विलास शिंदे के अलावा ट्रैफिक पुलिस के जवानों पर वाहन चालकों द्वारा निरंतर हमले की घटनाएं घटती रही हैं। इस वर्ष के शुरुआती चार माह में ट्रैफिक पुलिस पर हमले की सात घटनाएं घट चुकी हैं। गोरेगांव में १३ मार्च को एक महिला ट्रैफिक कांस्टेबल अनिता टोंडे पर एक ऑटो ड्राइवर ने हमला कर दिया था। एक फरवरी को बांद्रा कार्टर रोड पर कांस्टेबल प्रह्लाद जमादार पर अब्दुल शेख नामक एक विद्यार्थी ने नाकाबंदी के दौरान हमला कर दिया था। इसी तरह १३ अप्रैल को ताड़देव में एक पिता-पुत्र ने कांस्टेबल लक्ष्मण सानप पर हमला कर दिया था। इन बढ़ती वारदातों को देखते हुए शहर और उपनगर में चयनित १३० खतरनाक स्पॉट्स पर तैनात ट्रैफिक कांस्टेबल को हाई-टेक उपकरणों से लैस करने की तैयारी पुलिस प्रशासन ने की है। ट्रैफिक पुलिस के संयुक्त आयुक्त अमितेश कुमार ने बताया कि ११० हाई-टेक वाई-फाई आधारित बॉडी वैâमरा खरीदा जा रहा है। इस माह के अंत तक ट्रैफिक पुलिस के जवान बॉडी वैâमरे से लैस नजर आएंगे।
वजन से हल्का और कम रोशनी में भी यह वैâमरा अच्छी इमेज को वैâद करेगा। वाई-फाई, जीपीएस आधारित इस वैâमरे में ब्लूटूथ की भी सुविधा होगी, जिससे फरार होनेवाले बदमाश बाइकरों की वैâद तस्वीरों को तत्काल पुलिस कंट्रोल में भेजकर उसे पकड़ा जा सकता है।