EVM पर तिलमिलाया विपक्ष, चुनाव आयोग से मशीन बदलने की मांग
लोकसभा चुनाव के चौथे चरण की वोटिंग से पहले विपक्ष एक बार फिर चुनाव आयोग के पास इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) से जुड़े मामले को लेकर शिकायत करने पहुंचा. विपक्ष का आरोप है कि पश्चिम बंगाल के बैरकपुर संसदीय क्षेत्र में ईवीएम में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के चुनाव चिन्ह के ठीक नीचे पार्टी का नाम लिखा है. ये गैरकानूनी है और इसकी जांच होनी चाहिए. विपक्ष की मांग है कि मतदान से पहले इन मशीनों को हटाना चाहिए.
दरअसल, कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस (TMC) ने पश्चिम बंगाल के बैरकपुर लोकसभा क्षेत्र में ईवीएम पर सिर्फ बीजेपी के चुनाव चिन्ह कमल के नीचे पार्टी का नाम लिखे होने का दावा किया है. विपक्ष ने इस मामले में शनिवार को चुनाव आयोग से शिकायत की. दोनों पार्टियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने इस मामले पर मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा से मुलाकात की और चुनाव के बाकी चरणों के लिए ऐसी ईवीएम को बदलने की अपील की है. साथ ही कहा है कि ऐसी मशीनों को बदला जाए या फिर इन पर दूसरी पार्टियों के चुनाव चिन्ह के नीचे उनके नाम भी स्पष्ट रूप से लिखे जाएं.
इस प्रतिनिधिमंडल में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल, अभिषेक मनु सिंघवी और तृणमूल कांग्रेस के डेरेक ओ ब्रायन, दिनेश त्रिवेदी शामिल थे. कांग्रेस प्रवक्ता सिंघवी ने कहा, ईवीएम के ऊपर बीजेपी का नाम उसके चुनाव चिन्ह के नीचे स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहा है. दूसरी पार्टियों के नाम उनके चुनाव चिन्ह के नीचे दिखाई नहीं दे रहे हैं.
सिंघवी ने कहा, हमने चुनाव आयोग से आग्रह किया है कि ऐसी मशीनों को हटाया जाए या फिर सुनिश्चित किया जाए कि दूसरी पार्टियों के नाम भी इन मशीनों पर स्पष्ट रूप से दिखें. बैरकपुर से तृणमूल कांग्रेस के उम्मीदवार दिनेश त्रिवेदी ने दावा किया कि यह जनता के साथ स्पष्ट रूप से धोखा है और ईवीएम को हैक करने की कोशिश है.
विपक्ष का आरोप है कि ये नियमों के खिलाफ है. ईवीएम में उम्मीदवार का नाम और फोटो तो होता है लेकिन चुनाव चिन्ह के नीचे पार्टी का नाम नहीं होता. ऐसे में बैरकपुर संसदीय क्षेत्र में बीजेपी के चुनाव चिन्ह के नीचे पार्टी का नाम लिखा होना सवाल खड़े कर रहा है. तृणमूल कांग्रेस ने चुनाव आयोग से जांच की मांग की है, साथ ही सवाल किया है कि ईवीएम में ऐसी चूक कैसे हुई. हालांकि, अब सोमवार को चौथे चरण का मतदान है. ऐसे में आयोग क्या फैसला लेता है इसपर सभी पार्टियों की नजर रहेगी.