इस मुस्लिम देश की करेंसी पर हिंदू देवताओं का फोटो है
सबसे पहले ये बता दें कि, इंडोनेशिया की 90 फीसदी हिंदू आबादी बाली में रहती है। बाली इंडोनेशिया के सबसे विकसित हिस्सों में से एक हैं, जहां गरीबी रेखा से नीचे सिर्फ पांच फीसदी लोग हैं, जबकि राष्ट्रीय स्तर पर ये आंकड़ा 12 फीसदी है। बाली में लगभग हर स्ट्रीट पर एक हिंदू देवता का मंदिर विराजमान है। इंडोनेशिया में हिंदू-मुस्लिम कितना मिलजुल कर रहते हैं इसका अंदाजा इसी से लगा लें कि, यहां की एयरलाइंस तक भगवान के नाम पर है। दरअसल, गरुण एयरलाइंस इंडोनेशिया की है जो, भगवान विष्णु के वाहन के नाम पर है। यहां तक देश के नोट पर भी भगवान गणेश की फोटो बनी है। मुस्लिम बाहुल्य देश होने के बाद भी इंडोनेशिया में हर धर्म के लोग मिल जुल कर रहते हैं। इंडोनेशिया अपनी पुरानी संस्कृति को चलता है। इसका सबसे बड़ा सबूत 2013 में मिल जाता है जब अमेरिका में इंडोनेशिया की एंबेसी में देवी सरस्वती की मूर्ति स्थापित की गई थी।
इंडोनेशिया का बाली शहर सबसे बड़ा टूरिस्ट डेस्टिनेशन है। यहां हर साल लगभर 2 करोड़ लोग इस टापू पर घूमने आते हैं। ये दुनिया का सबसे बड़ा मुस्लिम बाहुल्य देश है। यहां पर दुनिया के 12.7 फीसदी मुस्लिम रहते हैं। यहां के बालि में लगभग हर स्ट्रीट पर एक हिंदू देवता का मंदिर है और यहीं पर भगवान विष्णु की दुनिया में सबसे ऊंची प्रतिमा मौजूद है। भगवान विष्णु यहां अपने वाहन गरुण पर बैठे हुए हैं। इस मूर्ति की ऊंचाई 75 मीटर है। ये मूर्ति उन्गासन पहाड़ी के ऊपर केंकाना सांस्कृतिक पार्क में मौजूद है। अगर इसके आधार की ऊंचाई को जोड़ लें तो ये दुनिया की सबसे ऊंची तांबे की मूर्ति बनती है। आधार के साथ इसकी ऊंचाई 121 मीटर हो जाती है, जो दुनिया की तीसरी सबसे ऊंची मूर्ति होगी। हालांकि मूर्तियों की ऊंचाई को नापने के दौरान आधार को नहीं जोड़ा जाता है।