लोकल में सफर की अनुमति मिलने के बाद १५ दिन में ५ लाख यात्री बढ़े
मुंबई, वैक्सीन की दो डोज ले चुके लोगों को राज्य सरकार द्वारा लोकल में सफर की अनुमति मिलने के बाद अब धीरे-धीरे यात्रियों का लोकल सफर शुरू हो गया है। लोकल ट्रेनों में कोरोना महामारी से पहले औसतन रोजाना ८० लाख यात्री सफर करते थे। अनुमति मिलने के बाद अब रोजाना लगभग ३७ फीसदी यात्री लोकल में सफर करने लगे हैं यानी मुंबई की लाइफलाइन लोकल ट्रेन को अब रोजाना ३० लाख यात्री मिल रहे हैं।
लोकल ट्रेनों में अब रोजाना करीब ३० लाख यात्री सफर करने लगे हैं। इसमें से पश्चिम रेलवे पर औसतन ११ लाख और मध्य रेलवे पर औसतन १९ लाख यात्री लोकल में चलने लगे हैं। ११ अगस्त से मुंबई के उपनगरीय रेलवे स्टेशनों पर उन लोगों को सर्टिफिकेट दिए जाने लगे, जिन्होंने वैक्सीन की दो डोज ली और १४ दिन की अवधि पूरी कर चुके हैं। इन लोगों को मिले सर्टिफिकेट के बाद रेलवे ने सीजन टिकट देने शुरू कर दिए। ऑनलाइन और ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन करा चुके लोगों को राज्य सरकार के आदेश के बाद रेलवे मासिक सीजन टिकट दे रही है। ११ अगस्त से ३१ अगस्त तक ४,९५,४६६ पंजीकृत लोगों ने सीजन टिकट निकाला है।
रजिस्ट्रेशन और टिकट निकालने में मध्य रेलवे आगे रही है। मध्य रेलवे पर रोजाना करीब १७ हजार की औसत से सीजन टिकट निकाले जा रहे हैं। दोनों रेलवे जोन (पश्चिम और मध्य) को मिलाकर करीब २३,५०० सीजन टिकट रोजाना निकल रहे हैं, जिससे यात्रियों की संख्या में वृद्धि भी हो रही है। १५ अगस्त से पहले मुंबई में आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार करीब २६ लाख लोग लोकल ट्रेनों से यात्रा कर रहे थे। रजिस्ट्रेशन और टिकट के मामलों में डोंबिवली और बोरिवली सबसे आगे रहे। गौरतलब है कि सामान्य समय में मध्य रेलवे पर करीब ४० लाख और पश्चिम रेलवे पर करीब ३५ लाख यात्री रोजाना लोकल में सफर करते थे।
रेलवे के अनुसार १८ से ४४ साल वालों को मुंबई में वैक्सीन देने की शुरुआत २१ जून से हुई थी। इस श्रेणी के लोगों के ८४ दिन १५ सितंबर के आस-पास पूरे होंगे, उसके आगे १४ दिन और जोड़ दिए जाए तो अक्टूबर से भीड़ बढ़नी शुरू होगी। मुंबई की ट्रेनों में यात्रा करनेवालों में १८-४४ आयु वर्ग के लोगों की संख्या सबसे ज्यादा है।