आम आदमी की कटेगी जेब, महंगा हुआ रेलवे का वड़ा पाव!
मुंबई, आज आजादी का ७५ वां स्वतंत्रता दिन मनाया जा रहा है। आज ही के दिन से कोरोना का दोनों टीका ले चुके आम लोगों को लोकल ट्रेन में सफर करने की आजादी राज्य सरकार ने दी है। लेकिन दूसरी तरफ इसी आजादी पर केंद्र ने इन लोकल के यात्रियों पर महंगाई का घाव दिया है। आम लोगों का सस्ता निवाला बने वड़ा-पाव को केंद्र सरकार ने आज से महंगा कर दिया है। रेलवे स्टेशनों पर बिकनेवाला वड़ा-पाव सहित अन्य खाद्य पदार्थ अब महंगे हो गए हैं।
८ रुपए में मिलनेवाला वड़ा-पाव अब २० प्रतिशत महंगा होकर १० रुपए का हो गया है, वहीं समोसा पाव का दाम भी २० प्रतिशत बढ़ गया है। समोसा पाव अब १० रुपए की बजाय १२ रुपए में मिलेगा। रेलवे ने यह नई महंगी रेट लिस्ट आठ साल बाद जारी की है। रेलवे स्टेशनों पर बिकनेवाले खाद्य पदार्थों के दरों की महंगी लिस्ट का असर आज से आम आदमी की जेब पर पड़ेगा। सस्ते वड़ा-पाव महंगा होने से आम आदमी इसे खरीदने के लिए भी सोचेगा।
जानकारी के मुताबिक गुणवत्ता सुधारने के लिए चीजों के दाम बढ़ाने की मांग लंबे समय से चली आ रही थी। मध्य रेलवे ने इसकी शुरुआत की और फिर पश्चिम रेलवे ने भी खान-पान के सामान की रेट बढ़ाने की अनुमति दी ताकि गुणवत्ता से समझौता न हों।
रेलवे की नई दरों के जारी होने के बाद एक वड़ा की कीमत १० रुपए और समोसा की कीमत १२ रुपए हो गई है। रगड़ा और एक पाव की कीमत २० रुपए कर दी गई है। अब २७ रुपए में वेज सैंडविच और ३५ रुपए में चीज सैंडविच मिलेगा। मुंबई सेंट्रल के एक स्टॉल वाले ने बताया कि पहले ८ रुपए में वड़ा-पाव बिकता था, जिसमें से ३ रुपए का पाव था, सोचिए ५ रुपए में गुणवत्ता वाला वड़ा वैâसे बनेगा जबकि तेल की कीमत २०० रुपए प्रति लीटर, बेसन की कीमत १२० रुपए प्रति किलो तक पहुंच गई। आलू भी ३० रुपए प्रति किलो से कम में नहीं मिलता।