राज्य सरकार-रेलवे के बीच जल्द हाई लेवल मीटिंग
मुंबई, मध्य रेलवे का छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस भविष्य में मल्टी ट्रांसपोर्ट हब बनेगा। रेलवे की योजना इसे शहर का सबसे बड़ा इंटरकनेक्टिंग हब बनाने की है। जहां से लोकल ट्रेन का सफर करते ही स्टेशन परिसर में बेस्ट की बस, टैक्सी सहित मेट्रो ट्रेन पकड़ने के लिए यात्रियों को ज्यादा माथापच्ची नहीं करनी पड़ेगी। इसके अलावा हार्बर लाइन को सेंट जॉर्ज हॉस्पिटल की दिशा तक लाया जाएगा और वर्तमान हार्बर लाइन को परेल से सीएसएमटी के बीच पांचवीं छठी लाइन पर कनेक्ट किया जाएगा, जिससे लोकल मेन लाइन यात्रियों की आवाजाही की समस्या काफी हद तक कम हो जाएगी।
योजना के मुताबिक केंद्र सरकार रेलवे जमीन का इस्तेमाल कर पीपीपी मॉडल से रेलवे की तिजोरी भरना चाहती है। मुंबई में मध्य रेलवे के पास कई स्थानों पर जमीन हैं, जिन्हें प्राइवेट कंपनियों को लीज पर देने की योजना है। इन जमीनों पर होटल, हॉस्पिटल या हॉस्टल से लेकर हाउसिंग सोसायटी बनाई जाएगी। निवेशकों की बेहतरी के लिए इन स्थानों को बेहतर कनेक्टिविटी दी जाएगी। सीएसएमटी पर भी इसी संकल्पना के तहत काम हो रहा है। यहां कमर्शियल और रेजिडेंशियल २.५४ लाख वर्गफुट के क्षेत्रफल में किया जाएगा। इसके लिए रु १,६४२ खर्च होंगे। इसके लिए रेलवे और राज्य सरकार के बीच कुछ ही दिनों में हाई पावर कमिटी की मीटिंग होगी।