हॉटस्पॉट रहीं मुंबई की झुग्गी बस्तियां अब लगभग कोरोना मुक्त
मुंबई: वैश्विक महामारी कोरोना की पहली लहर में हॉटस्पॉट रहीं मुंबई की झुग्गी बस्तियां अब लगभग कोरोना मुक्त हो गईं हैं। बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) के 24 वार्डों में से 18 वार्डों के किसी भी झुग्गी-झोपड़ी बस्ती में कोरोना का मरीज नहीं है। जबकि 6 वार्डों की झुग्गी बस्तियों में कोरोना के गिने- चुने मरीज रह गए हैं।
बीएमसी के अतिरिक्त आयुक्त सुरेश काकानी ने कहा कि मुंबई 10 फरवरी के बाद से कोरोना की दूसरी लहर का सामना कर रही है लेकिन अब झुग्गी बस्तियां सबसे पहले कोरोना मुक्त हो रही हैं। काकानी ने कहा कि मिशन जीरो, मेरा परिवार, मेरी जिम्मेदारी, टेस्टिंग, ट्रेसिंग, ट्रीटमेंट व सर्वेक्षण के जरिए मुंबई की झुग्गी बस्तियों में कोरोना को कम समय में मात देने में मदद मिली है।
काकानी ने कहा कि पिछले वर्ष मार्च में जब से कोरोना का संक्त्रस्मण शुरू हुआ उसके बाद धारावी, कुर्ला, वर्ली कोलीवा, घाटकोपर, मुलुंड, अंधेरी, बांद्रा व वडाला स्लम में तेजी से कोरोना के केस बढ़े। लेकिन, 4 टी यानि ट्रेसिंग, ट्रेस्टिंग, ट्रेकिंग और ट्रीटमेंट के माध्यम से हम बिल्डिंगों से पहले झुग्गी बस्तियों में कोरोना को काबू पाने में सफल रहे। दूसरी लहर में भी वही तरीका अपनाया गया। धारावी मॉडल को लागू किया गया। इसके बावजूद जब तक कोरोना मरीजों की संख्या शून्य नहीं हो जाती तब तक कोई ढील नहीं दी जाएगी।
धारावी में लगातार दूसरे दिन कोरोना का कोई मरीज नहीं मिला। जीन-नार्थ के सहायक आयुक्त किरण दिघावकर ने कहा कि कोरोना संकट के दौरान यह आठवीं बार है जब धारावी में कोरोना का कोई मरीज नहीं मिला है। यह टीम वर्क का परिणाम है। हमने यहां के लोगों को कोरोना के प्रति जागरूक किया। हमारी कोशिश है कि दादर और माहिम में भी जल्द से जल्द कोरोना महामारी को नियंत्रित करें।