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मुंबई : आम यात्रियों के लिए मुंबई लोकल सेवा शुरू होने की खुश खबरी दो दिनों के अंदर आ सकती है. BMC की ओर से अतिरिक्त आयुक्त सुरेश काकाणी ने इस संबंध में जानकारी दी है. सुरेश काकाणी ने कहा है कि मुंबई महानगरीय क्षेत्र में कोरोना की परिस्थितियों को देखते हुए लोकल सेवा शुरू करने को लेकर निर्णय लिया जाएगा. इस बारे में गुरुवार को अहम बैठक बुलाई गई है. इस बैठक में मुंबई और मुंबई से सटे इलाकों में कोरोना से जुड़ी स्थितियों पर चर्चा करके निर्णय लिया जाएगा.

इससे पहले कैबिनेट मंत्री विजय वडेट्टीवार ने कहा था कि मुंबई जब तक पहले लेवल में नहीं आ जाती, तब तक आम यात्रियों के लिए लोकल सेवा शुरू नहीं की जाएगी. बता दें कि राज्य सरकार ने महाराष्ट्र के इलाकों को पांच भागों में विभाजित किया हुआ है. जिन इलाकों में कोरोना पॉजिटिविटी रेट 5 प्रतिशत से कम है और ऑक्सीन बेड की ऑक्यूपेंसी 25 प्रतिशत तक भरी होगी, उन इलाकों को लेवल वन में रखा जाएगा. ऐसे इलाके 100 प्रतिशत छूट के हकदार होंगे और इन इलाकों में किसी तरह के नियम या प्रतिबंध लागू नहीं होंगे.

आंकड़ों के मुताबिक मुंबई में पॉजिटिविटी रेट 4.40 प्रतिशत है. ऑक्सीजन बेड 27 प्रतिशत से ज्यादा भरे हुए पाए गए हैं. इस लिहाज से मुंबई को दूसरे लेवल पर रखा जाना चाहिए था. लेकिन बीएमसी ने सावधानी के तहत मुंबई के लेवल को तीसरे चरण में ही रखा है. लेकिन अब जब गुरुवार को इस संबंध में एक अहम बैठक होने जा रही है, तो आम यात्रियों की उम्मीदें बढ़ गई हैं. अगर गुरुवार को मुंबई के अस्पतालों में ऑक्सीजन बेड की ऑक्यूपेंसी रेट 25 प्रतिशत से नीचे आती हुई दिखती है, तो आम यात्रियों के लिए लोकल शुरू होने की पूरी संभावना है.

एक और वजह से लोकल शुरू होने की संभावनाओं को बल मिलता है. पिछले हफ्ते लोकल शुरू नहीं किए जाने के पीछे यह तर्क दिया गया था कि बरसात के मौसम को ध्यान में रखते हुए कोरोना संक्रमण बढ़ने का खतरा ज्यादा है. इसलिए लोकल शुरू करने का रिस्क नहीं लिया जा सकता. एक और तर्क यह भी दिया गया था कि मुंबई में बाहर से बहुत लोग आते हैं, अगर आम लोगों को लोकल में यात्रा करने की छूट दे दी गई तो फिर से एक बार भीड़ बढ़ जाएगी. मुश्किल से मुंबई में कोरोना कंट्रोल हो पाया है. दोबारा कोरोना का कहर बढ़ सकता है.

इन दोनों तर्कों को आधार मानें तो मुंबई में पिछले पंद्रह दिनों में महीने भर की बरसात हो चुकी है. इसलिए बरसात आते ही एकदम से कोरोना बढ़ने का खतरा थोड़ा कम हुआ है. रही बात बाहर से आने वाले लोगों से संक्रमण बढ़ने की तो खुद अतिरिक्त आयुक्त सुरेश काकानी ने इस संबंध में आज कहा है कि स्टेशनों में भीड़ ज्यादा ना हो, इसके लिए पर्याप्त इंतजाम किए जाने पर खास तौर से चर्चा की जाएगी. भीड़ ना बढ़े, इसके लिए हल ढूंढा जाएगा.

यह ध्यान रखना जरूरी है कि राज्य सरकार ने स्थानीय प्रशासनों को यह अधिकार दिया है कि वे हालात के हिसाब से निर्णय ले सकते हैं. लोकल के बारे में तो राज्य सरकार ने बीएमसी को मुंबई से सटे इलाकों का अधिकार भी दे दिया है, क्योंकि ट्रेनें ठाणे, रायगढ़ जैसे इलाकों से भी आती हैं. अब ऐसे में मुंबई राज्य सरकार द्वारा निर्धारित पांच चरणों में से पहले चरण में आ जाए और 100 प्रतिशत छूट की हकदार हो जाए, इतना काफी नहीं है. बीएमसी आस-पास के इलाकों के कोरोना से जुड़े हालात पर भी गौर करेगी. फिलहाल रायगढ़ और पालघर में कोरोना संक्रमण अभी ज्यादा है. ऐसे में बीएमसी को अगर लगता है कि प्रतिबंधों में ढिलाई देना मुंबई के हित में नहीं है तो वो कड़े नियम कायम रख सकती है.

फिलहाल मुंबई आंकड़ों के लिहाज से दूसरे चरण में है, लेकिन इसके बावजूद बीएमसी ने इसे तीसरे चरण में रखा है. यानी मुंबई में नियमों में ज्यादा ढिलाई नहीं दी गई है. अब फैसला पूरी तरह से बीएमसी पर निर्भर करता है. देखना यह है कि गुरुवार को बीएमसी की बैठक में इस संबंध में क्या निर्णय लिया जाता है.

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