Latest News

मुंबई : रेलवे ने पिछले साल अतिआवश्यक वस्तुओं को सप्लाई के लिए लॉकडाउन में पार्सल और किसान रेल की शुरुआत की थी। रेलवे के इस प्रयास का अब परिणाम दिखने लगा है। महाराष्ट्र के किसानों ने करीब 200 किसान रेल की ट्रिप्स से 61,252 टन माल का परिवहन किया है। ये पूरा माल पेरिशबल है, यानी निश्चित समय में सप्लाई न हो, तो सड़ जाता है।

मध्य रेलवे की ओर से देशभर में और देश के बाहर तक चलाई किसान रेल से लातूर और उस्मानाबाद के किसानों को फायदा हुआ है। इस ट्रेन की खासियत होती है कि एक निश्चित समय में पॉइंट टू पॉइंट डिलिवरी कर दी जाती है। जहां फसल उगती है, वहां बिना स्टोरेज किए सीधे माल ट्रेन में लादकर मंडियों में भेज दिया जाता है। इससे महाराष्ट्र में कई छोटे किसानों को फायदा हुआ है और निश्चित तौर पर आय भी सुधरी है।

हाल ही में, महाराष्ट्र के लातूर और उस्मानाबाद क्षेत्र के छोटे किसानों ने पहली बार कुर्दुवाडी स्टेशन से आदर्श नगर, दिल्ली तक किसान रेल में फूलों का लदान किया, जिससे ये फूल नए बाजारों में पहुंचे, नतीजतन उनकी आय में वृद्धि हुई है।

9 मार्च, 2021 को लातूर और उस्मानाबाद क्षेत्र के छोटे ग्रीन हाउस किसानों ने पहली बार कुर्दुवाडी स्टेशन से आदर्श नगर दिल्ली तक किसान रेल में 650 किलोग्राम फूल लोड किए हैं। ये फूल उस्मानाबाद जिले के पडोली, वाघोली, टेर, पनवाडी और उपला गांव और लातूर जिले के मुरुड में उगाए गए थे, जिन्हें महाराष्ट्र के सूखा प्रभावित क्षेत्रों के रूप में जाना जाता है। एक / दो एकड़ जमीन रखने वाले छोटे किसान सबसे अधिक खराब होने वाले फूलों को त्वरित और सस्ते परिवहन के साथ नए बाजारों तक पहुंचाने लगे हैं।

दुमला, उस्मानाबाद, महाराष्ट्र के एक छोटे किसान श्रीधर भीमराव काले के अनुसार, 'फूलों को अब जल्दी और कम लागत पर बाजार में पहुंचाया जाता है और बहुत ही लाभदायक मूल्य पर बेचा जाता है।' लातूर जिले के मुरुड गांव के एक किसान बिभीशन नाडे ने कहा, 'किसान रेल ने हमारे फूलों को कम परिवहन लागत पर दिल्ली के बाजारों तक पहुंचाया। इससे मेरे फूलों की अधिक कीमत मिली है।'

भारतीय रेल ने बड़ी उपलब्धि के रूप में पिछले वर्ष के संचयी माल ढुलाई के अपने आंकड़े को इस वित्तीय वर्ष के अंत से पहले ही पार कर लिया है। 11 मार्च, 2021 को भारतीय रेल का संचयी माल लदान 1145.68 मिलियन टन का था, जो पिछले वर्ष की कुल संचयी लोडिंग (1145.61 मिलियन टन) से अधिक है। मार्च, 2021 में 11 मार्च तक मालगाड़ियों की औसत गति 45.49 किमी प्रति घंटे थी, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि (23.29 किमी प्रति घंटे) की तुलना में लगभग दोगुनी है।


Weather Forecast

Advertisement

Live Cricket Score

Stock Market | Sensex

Advertisement