Latest News

पाकिस्तान : एक तरफ पाकिस्तान के हर खित्ते से लोग इस कंगाल और आतंकी मुल्क से छुटकारा चाहते हैं तो दूसरी तरफ इमरान खान अब भी उम्मीद लगाए बैठे हैं कि जम्मू-कश्मीर में जनमत होगा और लोग पाकिस्तान को चुनेंगे। इस सपने के साथ इमरान खान ने शुक्रवार को एक नया शिगूफा छोड़ा कि यदि कश्मीर के लोग पाकिस्तान को चुनते हैं तो उन्हें आजाद रहने का ऑफर दिया जाएगा। इमरान खान ने यह भी कहा कि वह भारत सरकार से बातचीत करना चाहते हैं।

डॉन.कॉम की खबर के मुताबिक, इमरान खान ने पाक अधिकृत कश्मीर (POK) में एक रैली को संबोधित करते हुए कहा, ''जब भारतीय अधिकृत कश्मीर और आजाद कश्मीर के निवासियों को अपना भविष्य तय करने का अधिकार मिलेगा, और जब कश्मीर के लोग पाकिस्तान को चुनेंगे तो इंशाअल्लाह पाकिस्तान कश्मीरियों को यह फैसला करने का अधिकार देगा कि वे पाकिस्तान का हिस्सा होना चाहते हैं या आजाद रहना चाहते हैं।'' हालांकि, पूरी दुनिया जानती है कि भारत-पाकिस्तान के बंटवारे के बाद जम्मू-कश्मीर कुछ दिनों के लिए आजाद रहा तो किस तरह पाकिस्तान ने यहां हमला करके खून की नदियां बहा दी थी। इसके बाद ही जम्मू-कश्मीर के महाराजा हरि सिंह ने रियासत के भारत में विलय का फैसला किया।

इमरान खान ने कश्मीर मुद्दे को इस्लाम से जोड़ते हुए कहा, ''पूरा पाकिस्तान जम्मू कश्मीर के लोगों के साथ खड़ा है। ना केवल पूरा पाकिस्तान बल्कि मुस्लिम दुनिया आपके साथ खड़ी है।'' हालांकि, इस बीच शायद इमरान को याद आया कि पाकिस्तान और तुर्की जैसे चंद देशों के अलावा उन्हें मुस्लिम देशों से समर्थन नहीं मिला है तो अगले ही पल उन्होंने अपने सुर बदले और कहा, ''यदि मुस्लिम सरकारें किसी वजह से आपको आज समर्थन नहीं दे रही हैं, तो मैं आपको विश्वास दिला सकता हूं कि पूरी दुनिया के मुस्लिम आपके साथ खड़े होंगे।

कश्मीर मुद्दे पर दर-दर की ठोकर खा चुके पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने यह भी कहा कि वह भारत से बातचीत करना चाहते हैं। इमरान खान ने कहा कि वह शुरुआत में नहीं समझ सके कि क्यों भारत के प्रधानमंत्री इमरान खान बातचीत के लिए आगे नहीं आ रहे हैं। इमरान खान ने कहा कि पुलवामा हमले और बालाकोट एयरस्ट्राइक के बाद वह समझ गए थे कि वे दोस्ती नहीं चाहते। इरमान खान ने कहा, ''आज मैं फिर कह रहा हूं कि साथ मिलकर कश्मीर मुद्दे का समाधान करें और इसके लिए पहले आपको आर्टिकल 370 को फिर बहाल करना होगा। हम फिर बातचीत के लिए तैयार हैं, इसे कभी हमारी कमजोरी ना समझें।'' हालांकि, भारत ने पहले यह साफ कर दिया है कि पाकिस्तान से तब तक कोई बातचीत नहीं होगी जब तक वह आतंकवाद को समर्थन देना बंद नहीं करता।


Weather Forecast

Advertisement

Live Cricket Score

Stock Market | Sensex

Advertisement