हत्यारे-रेपिस्ट को मिली मौत की सजा
मुंबई : हैदराबाद में रेप के ४ आरोपियों को पुलिस ने हिरासत में एनकाउंटर करके ढेर कर दिया था। निर्भया के दोषी भी अब फांसी पर लटकाए जा चुके हैं। इसके बाद यह अनुमान लगाया गया था कि रेप की मानसिकता वालों में खौफ पैदा होगा। लेकिन हाल के दिनों में रेप की कई घटनाओं से पूरा देश शर्मसार होता रहा है। करीब ३ महीने पहले ढाई साल की मासूम से रेप और हत्या की एक ऐसी ही घटना यूपी के गाजियाबाद में घटी थी। हैरानी की बात ये है कि पीड़ित बच्ची आरोपी के दोस्त की बेटी थी और उसे चाचा कहती थी। महज ३ महीने में कोर्ट ने इस मामले की सुनवाई पूरी करके इस नराधम चाचा को मौत की सजा सुनाई है। यानी एक और दरिंदा अब फांसी की सजा के लिए कतार में लग गया है।
गाजियाबाद कोर्ट ने महज २९ दिनों में सुनवाई पूरी कर ली और आरोपी को दोषी ठहराते हुए फांसी की सजा सुना दी। १९ अक्टूबर, २०२० को ढाई साल की मासूम को उसके पिता का दोस्त अपने साथ ले गया था। वह बच्ची को उसके पिता से मिलाने का झांसा देकर साथ ले गया था। उस वक्त आरोपी शराब के नशे में धुत था। उसी दौरान उसने रास्ते में ही बच्ची से रेप किया और बाद में गला दबाकर उसकी हत्या कर दी थी। उस दरिंदे ने शव को पास के ही नाले में फेंक दिया था। गाजियाबाद की पोक्सो कोर्ट ने इस मामले में दोषी को फांसी की सजा सुनाई है।
उस रात जब बच्ची देर शाम तक घर नहीं लौटी तो उसके परिजन मदद के लिए पुलिस थाने पहुंच गए। उन्होंने इस मामले में आरोपी चाचा पर शक जाहिर किया था। गाजियाबाद पुलिस ने जांच के दौरान पाया कि मासूम बच्ची को अपने कंधे पर बिठाकर ले जाता हुआ चाचा सीसीटीवी कैमरे में भी कैद हुआ था। कुछ घंटों बाद पुलिस ने चाचा को हिरासत में लिया और उससे पूछताछ की तो उसने अपना गुनाह कबूल कर लिया था। पुलिस ने २ महीने के भीतर इस केस से संबंधित चार्जशीट फाइल कर दी थी। गाजियाबाद के पोक्सो कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश महेंद्र श्रीवास्तव ने सुनवाई पूरी करते हुए १८ जनवरी को चाचा को दोषी करार दिया था। बीते मंगलवार (२० जनवरी) को सजा पर सुनवाई के दौरान अभियोजन पक्ष की तरफ से इस घटना को ‘रेयरेस्ट ऑफ द रेयर’ मानते हुए फांसी की मांग की गई थी। बच्ची की मां ने कहा कि दिल को तसल्ली तब मिलेगी जब आरोपी को उनके सामने फांसी पर लटकाया जाए।
१५ दिन पहले रेप का एक मामला बिहार के मधुबनी जिले से सामने आया था, जहां एक दरिंदे ने वहशियत की हद पार कर दी। दोपहर में मवेशी चराने के लिए खेत में गई एक १५ वर्षीय गूंगी लड़की को अपनी हवस का शिकार बनाया और बाद में उसकी दोनों आंखें फोड़ दी थी। दरिंदे ने पीड़िता की दोनों आंखों में लकड़ी की छड़ी दबा दी, जिससे वो उसकी पहचान नहीं कर सके। ऐसी और भी कई घटनाएं सामने आती रही हैं, जहां कुकर्मी अपने गुनाह को छिपाने के लिए कुछ ऐसा कर जाते हैं, जिसके बारे में सुनकर रोंगटे खड़े हो जाते हैं।