शिवसेना के वार्षिक कैलेंडर शिवशाही में उर्दू भाषा, भाजपा ने कसा तंज
मुंबई : शिवसेना के वार्षिक कैलेंडर शिवशाही में उर्दू भाषा शामिल होने के बाद बीजेपी विधायक अतुल भातखलकर ने तंज कसा है। अतुल भातखलकर ने शिवशाही कैलेंडर की एक फोटो पोस्ट कर शिवसेना की आलोचना की है। उन्होंने कैलेंडर की एक तस्वीर पोस्ट करते हुए, लिखा है कि, शिवसेना को हिंदुत्व के प्रमाण पत्र की आवश्यकता नहीं है।' दरअसल इस 'शिवशाही कैलेंडर 2021' के ऊपरी दो कोनों में शिवसेना और युवसेना का उल्लेख किया गया है। साथ ही इस कैलेंडर में मराठी, अंग्रेजी के साथ-साथ उर्दू भाषा का भी उल्लेख किया गया है। इस कैलेंडर पर अंग्रेजी महीनों के साथ साथ इस्लामी महीनों और अन्य तारीखों का उल्लेख किया गया है। जिसके बाद बीजेपी इसी बात को लेकर अब शिवसेना को घेरने में लगी है। बता दें कि महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने कोरोना अवधि के दौरान मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को एक पत्र लिखा था। इस पत्र में उन्होंने हिंदुत्व के मुद्दे पर उद्धव से सवाल पूछे थे। इन सवालों का जवाब देते हुए, उद्धव ठाकरे ने जवाब देते हुए कहा था कि हमें हिंदुत्व के लिए किसी के सर्टिफिकेट की आवश्यकता नहीं है। अभी हाल ही में दक्षिण मुंबई में शिवसेना के विभाग प्रमुख पांडुरंग सकपाल ने मुस्लिम छात्रों के लिए अजान प्रतियोगिता का आयोजन किया था, जिसके बाद बीजेपी ने शिवसेना की भूमिका पर सवाल उठाया था। हालांकि कुछ दिनों बाद, सकपाल ने स्पष्ट किया कि, उनका अज़ान प्रतियोगिता से कोई लेना-देना नहीं है। उन्होंने कहा, अजान में धर्म की भावना है। अज़ान में इतनी मिठास है कि इससे मन को शांति मिलती है। मैं बड़े कब्रिस्तान के बगल में रहता हूं। इसलिए मैं इसे हर दिन सुनता हूं। यदि किसी को पाँच मिनट की अजान से परेशानी होती है, तो उसे इसे अनदेखा करना चाहिए। उन्होंने बताया कि, मुझसे मुंबादेवी विधानसभा में 'फाउंडेशन फॉर यू' नामक एक संगठन के पदाधिकारियों द्वारा संपर्क किया गया और उन्होंने सार्वजनिक अज़ान प्रतियोगिता आयोजन करने की बात कही, लेकिन मैंने उन्हें इस प्रतियोगिता को ऑनलाइन आयोजित करने का सुझाव दिया और उसके लिए शुभकामनाएं दी। इसलिए मेरा इस प्रतियोगिता से कोई लेना-देना नहीं है।