Latest News


मीरा-भाईंदर : नवघर रोड पुलिस ने एक ऐसे मामले को सुलझाया है, जिसमें फिल्मी पुलिस की तरह ऐक्शन, ड्रामा और सस्पेंस सब है। इस कार्रवाई के दौरान नवघर रोड पुलिस की टीम ने वह सबकुछ किया, जो आप फिल्मों में देखते हैं।
5 नवंबर को मॉर्निंग वॉक के दौरान दो चोरों ने पीड़िता को बहकाकर उसके साथ ठगी की और पीड़िता की सोने की चैन को लेकर फरार हो गए। सीसीटीवी फुटेज के आधार पर वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक संपतराव पाटील ने टीम का गठन कर जांच शुरू की। जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि आरोपी
ईरानी मूल के लोग हैं और उनके भिवंडी, कल्याण, पिराणीपाडा, अंबिवाली की ईरानी बस्ती में होने की संभावना है। इसी दौरान पुलिस को उनके भिवंडी के वफा कंपाउंड में होने की पुख्ता जानकारी मिली। एपीआई रोशन देवरे और एपीआई योगेश काले के नेतृत्व में पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया। इन दोनों के और भी साथीदार होने की संभावना है।
इस जांच के दौरान पुलिस वाले आंखों में सुरमा लगाकर और पठानी कुर्ता पहनकर पठान व्यापारी बने, ताकि किसी को कोई शक न हो। एपीआई रोशन देवरे बताते हैं कि पुलिस वालों ने अपनी पहचान बकरा बेचने वाले व्यवसायी और टेंपो ड्राइवर की बनाई थी। एपीआई योगेश काले बताते हैं कि जब वफा कंपाउंड ( भिवंडी) में उनकी टीम दोनों आरोपियों को पकड़ने गई तब उनके परिचित और परिवार के लोगों ने पुलिस की टीम पर हमला कर दिया। इस दौरान पुलिसकर्मियों को हल्की चोटें भी आईं।
एक आरोपी निकला मकोका में वांछित
गिरफ्तार आरोपियों में से एक आरोपी मकोक का वांछित आरोपी निकला, जिसपर नारपोली पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज है। इसके अलावा पूछताछ में 12 अन्य चोरियों के अंजाम देने के मामले इन दोनों आरोपियों ने कुबूल किए। रविन्द्र भालेराव, नवनाथ माने, बालू राठौड, नीलेश शिंदे, संदीप जाधव, यूनुस गिरगांवकर इस टीम का हिस्सा थे।


Weather Forecast

Advertisement

Live Cricket Score

Stock Market | Sensex

Advertisement