नवी मुंबई : आत्महत्या का प्रयास करने वालों को बचाता है वाशी गांव का मछुआरा
नवी मुंबई : वाशी खाड़ी पुल में कूदकर आत्महत्या करने का प्रयास करने वालों की जान बचाने का काम वाशी गांव में रहने वाला एक युवा मछुआरा विगत कई साल से कर रहा है. जिसके काम की सराहना नवी मुंबई पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों और नागरिकों के द्वारा की जा रही है. हाल ही में इस मछुआरे ने अपने सहयोगियों की मदद से एक महिला की जान बचा कर उसे जीवनदान दिया. जिसके लिए वाशी पुलिस स्टेशन के द्वारा इस युवक को सम्मानित किया गया.
वाशी गांव में रहने वाले महेश सुतार नामक इस मछुआरे ने बताया कि जिस प्रकार से पानी से बाहर निकालने पर मछली तड़पती है. उसी तरह से आत्महत्या के इरादे से जो लोग खाड़ी पुल से खाड़ी में कुदते हैं. वह भी खुद को बचाने के लिए हाथ-पाव मारते नजर आते हैं. ऐसे लोगों की जान बचाने में काफी खुशी महसूस होती है. सुतार ने कहा कि जीवन में उतार-चढ़ाव आते रहते हैं. संकट से डरकर या घरेलू परेशानियों से व्यथित होकर आत्महत्या करना उचित नहीं है. हर संकट का सामना करके जीवन को जीने वाले कर्म योद्धा के समान होते है. आत्महत्या किसी भी समस्या का समाधान नहीं है. इसलिए मन में कभी इसके बारे में विचार नहीं करना चाहिए.
वाशी खाड़ी के पुराने पुल से अधिकांश लोग आत्महत्या करने के लिए खाड़ी में कूद जाते हैं. ऐसे लगभग 30 लोगों की जान अब तक महेश सुतार बचा चुका है. इसके अलावा वाशी खाड़ी में आने वाले अज्ञात शव को निकालने में भी वह पुलिस पुलिस की मदद करते रहता है. जिसके लिए महेश को नवी मुंबई पुलिस आयुक्तालय के द्वारा पुलिस मित्र का प्रमाण पत्र देकर सम्मानित भी किया गया है. महेश के इस काम में वाशी गांव के गणेश सुतार, कुंडलिक भगत, दत्तात्रय भोईर और लक्ष्मण भोईर नामक मछुआरे भी सहयोग करते हैं.