Latest News

दुनियाभर के सैलानियों का पसंदीदा ठिकाना रहा इटली आज कोरोना वायरस के कहर का सामना कर रहा है। सिटी ऑफ लव कहा जाने वाला वेनिस शहर आज वीरान है। पूरे देश में लॉक डाउन है। हर तरफ मातम का माहौल है। यही नहीं इटली ने कोरोना से होने वाली मौतों के मामले में अब इस बीमारी के गढ़ रहे चीन को भी पीछे छोड़ दिया है। हालत यह है कि लाशों को दफनाने के लिए सेना को बुलाना पड़ा है। (तस्‍वीर साभार सोशल मीडिया) इटली में बुधवार को 475 लोगों की मौत हो गई जिससे लाशों का अंबार लग गया। सबसे ज्‍यादा प्रभावित शहर बेरगामो शहर में हालत यह हो गई कि लोगों की लाशों को दफनाने में समस्‍या आने लगी। इस संकट के लिए सेना को बुलाया गया। सेना के वाहनों में दर्जनों लाशों को रखा गया और फिर उन्‍हें दफनाने के लिए शहर से बाहर अन्‍य जगहों पर ले जाया गया। इटली के बेहद धनी बेरगामो शहर में बुधवार को कोरोना वायरस से कम से कम 93 लोगों की मौत हुई थी। यह सिलसिला अभी जारी है। गुरुवार को इटली में 427 लोगों की कोरोना से मौत हो गई। इससे मरने वालों का आंकड़ा 3405 हो गया है। बेरगामो के मेयर गिओर्गिओ गोरी ने चेतावनी दी है कि मरने वालों का ठीक-ठीक आंकड़ा और ज्‍यादा हो सकता है क्‍योंकि कई लोगों की जांच ही नहीं की गई। बेरगामो में लाशों को दफनाने का काम 24 घंटे चल रहा है। यहां हर दिन 25 लोगों को ही दफनाया जा सकता है। माना जा रहा है कि इसी वजह से कई लाशों को सेना के ट्रकों पर लादकर शहर से बाहर मोदेना, अक्‍वी टेर्मे, दोमोदोस्‍सोला, परमा, पिसेंजा और अन्‍य शहरों में ले जाया गया है। जब इन शवों का जला दिया जायेगा तो उनके अवशेषों को बेरगामो लाया जाएगा। लाशों को दफनाने का सिलसिला लगतार जारी है। इटली में लाशें इ‍तनी ज्‍यादा हैं कि उनका अंतिम संस्‍कार नहीं हो पा रहा है। इसी वजह से उन्‍हें चर्च के अंदर बने कब्रगाह में ले जाया गया है। लाशों के ताबूतों से दो अस्‍पताल भरे हुए हैं। जिन लोगों की मौत हुई है, उनके करीबियों को जाने की अनुमति दी जा रही है लेकिन बहुत ही कम संख्‍या में और बहुत दूरी से ताकि वायरस का संक्रमण न फैले। अखबारों में 10-10 पन्‍ने के शोक संदेश दिए जा रहे हैं।


Weather Forecast

Advertisement

Live Cricket Score

Stock Market | Sensex

Advertisement