स्टेशनों पर ४५ फीसदी महिलाओं से गंदी बात, एमआरवीसी के सर्वे में खुलासा
मुंबई : विरार-डहाणू और नेरल-कर्जत के बीच ट्रेन से सफर करना इतना आसान नहीं है। खासकर महिला रेल यात्रियों के लिए। इसकी वजह ये है कि इन मार्गों पर सफर करनेवाली करीब ४५ फीसदी महिलाएं स्टेशन परिसर में छेड़छाड़ या गंदी बात का शिकार होती हैं। ये जानकारी मुंबई रेल विकास निगम द्वारा किए गए एक सर्वे से सामने आया है। सर्वे १८-२५, २६-४० और ४१ से अधिक उम्र की महिलाओं के बीच ये सर्वे किया गया था। सर्वे के अनुसार ४५ प्रतिशत महिला यात्रियों के साथ स्टेशन और आस-पास के क्षेत्र में छेड़छाड़ हुई है लेकिन इनमें से एक-चौथाई महिलाएं भी शिकायत दर्ज कराने पुलिस स्टेशन नहीं गईं। इनमें से आधी महिलाओं को हेल्पलाइन के बारे में कोई जानकारी ही नहीं थी।
आसान नहीं स्टेशनों की राह
मध्य रेलवे में ९५ और पश्चिम रेलवे में ९७ प्रतिशत महिलाओं ने बताया कि स्टेशनों के बाहर प्रवेश-निकास द्वार पर इतनी भीड़ होती है कि आना-जाना आसान नहीं है। महिलाओं ने बताया कि इस दौरान भी कई बार छेड़खानी की घटनाएं होती हैं। स्टेशनों के बाहर यह हाल सभी जगह एक जैसा ही है। हाईकोर्ट के आदेश के बावजूद मुंबई के स्टेशनों के बाहर १०० मीटर का क्षेत्र अभी भी खाली नहीं हुआ है।