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गुरुग्राम के बहोड़ा कलां गांव में बने आश्रम के महंत ज्योति गिरी का अश्लील वीडियो सामने आने के नौ दिन बाद ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा। बुधवार को गांववालों ने बाजार बंद कर बैनर-पोस्टर लेकर जुलूस निकालते हुए बिलासपुर थाने का घेराव किया। गांववालों ने पुलिस से ज्योति गिरि के खिलाफ मामला दर्जकर जल्द से जल्द गिरफ्तार करने की मांग की। ग्रामीणों ने इसके लिए पुलिस को शनिवार तक का अल्टीमेटम दिया है। उसके बाद गांव के लोग महापंचायत कर आगे की रणनीति तैयार करेंगे। हालांकि, अब तक पुलिस की ओर से महंत के खिलाफ मामला दर्ज नहीं किया गया है। 
1500 लोगों ने जुलूस निकाला 
गांव में सुबह साढ़े नौ बजे गांववाले शहीद ऋषिपाल सिंह चौहान के स्मारक पर एकत्रित हुए। इस दौरान गांव का बाजार पूरी तरह बंद रहा। उसके बाद करीब 1500 से अधिक लोग महंत के खिलाफ नारेबाजी करते हुए पूरे गांव में जुलूस निकालते हुए करीब आधे घंटे बाद बिलासपुर थाने पहुंचे। गांव के सरपंच यजुवेंद्र शर्मा, नंबरदार उदय चौहान और जिला पार्षद सुशील चौहान सहित सैकड़ों ग्रामीणों ने थाना प्रभारी जयप्रकाश को बाहर बुलाकर महंत के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए शिकायत दी। थाना प्रभारी ने ग्रामीणों को कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है। 
दो घंटे बाजार बंद रहा
गांव के नंबरदार उदय चौहान ने बताया कि महंत की हरकतों के कारण गांव की बदनामी हो रही है। ऐसे में महंत के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। बाजार में 500 दुकानें हैं, सभी दुकानें सुबह दस बजे से बारह बजे तक बंद रहीं। पुलिस प्रशासन के आश्वासन के बाद दुकानों को खोला गया। 
आश्रम में पुलिस का पहरा 
गांव बहोड़ाकलां में बने ज्योति गिरी के महाकाल आश्रम और अस्पताल में 24 घंटे के लिए पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। आश्रम में अलग-अलग प्वाइंट्स पर 50 से अधिक पुलिसकर्मियों की तैनाती कर दी गई है। ग्रामीणों के मुताबिक अब तक पुलिस द्वारा आश्रम की कोई जांच नहीं की गई है। 
वीडियो वायरल होने के बाद से महंत गायब 
बवानी अध्यक्ष राजेश चौहान ने बताया कि अश्लील वीडियो वायरल होने के दो घंटे बाद 13 अगस्त को शाम सात बजे के बाद से ज्योति गिरी गायब है। उसके बारे में किसी को भी कोई जानकारी नहीं है। इससे साफ जाहिर है कि वह आरोपी है। अगर वह आरोपी नहीं होते, तो वह ऐसे क्यों भागते। उन्होंने यह भी बताया कि महंत ज्योति गिरी के गायब होने के दो दिन बाद उनके समर्थक एक लग्जरी कार भी चुपचाप लेकर गायब हो गए, जो आश्रम में खड़ी हुई थी। 
30 समर्थकों ने भी आश्रम  छोड़ा  
जिला पार्षद सतीश चौहान ने बताया कि महंत के गायब होते ही आश्रम में कई वर्षों से रह रहे उनके 30 से अधिक समर्थक छोड़कर चले गए। गांववालों द्वारा उनको काफी रोकने का प्रयास किया गया और उनको आश्वस्त किया गया। उनके साथ कुछ गलत नहीं होगा लेकिन वे नहीं रुके। 
महंत का रुतबा  
ग्रामीणों का कहना है कि महंत का बड़ा रुतबा है और उनके आश्रम में बड़े-बड़े मंत्री और अधिकारी आते हैं, उन पर कार्रवाई होना मुश्किल है। हालांकि, महंत के खिलाफ दो शिकायतें मिलने के बावजूद अब तक पुलिस मामला दर्ज करने में आनाकानी कर रही है। गांव के लोग मामले की सीबीआई से जांच कराने की मांग कर रहे हैं।

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