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दिल्ली के अमन विहार में 25 लाख की फिरौती के लिए एक छात्र ने पड़ोस में रहने वाले आठ वर्षीय मासूम को अगवा कर उसकी हत्या कर दी। 19 वर्षीय आरोपी गौतम आईटी से डिप्लोमा कर रहा है। वह फिरौती में मिली रकम से नामी संस्थान में दाखिला लेना चाहता था।  हालांकि, सड़क पर पड़े मिले एक सिमकार्ड से फिरौती के लिए कॉल करना उसे भारी पड़ गया। क्राइम ब्रांच ने सर्विलांस से सिमकार्ड की लोकेशन पता कर आरोपी को वारदात के 15 दिन बाद बुधवार को धर दबोचा। उसने 23 जुलाई को बच्चे को अगवा कर उसे नाले में धक्का देकर मार डाला था। 

नाले से मिला था शव : क्राइम ब्रांच के डीसीपी ज्वॉय टिर्की ने अनुसार, बीती 25 जुलाई को अमन विहार थाना पुलिस को नाले से एक बच्चे का शव बरामद हुआ था। इस मामले की जांच के दौरान स्थानीय पुलिस और क्राइम ब्रांच को पता चला कि बच्चे का परिवार किराड़ी एक्सटेंशन में रहता है। वह 23 जुलाई की शाम को घर के बाहर से खेलते हुए अचानक लापता हो गया था। परिजनों ने अमन विहार थाने में उसकी गुमशुदगी दर्ज कराई थी।

क्राइम ब्रांच के मुताबिक, बच्चे का शव बरामद होने के बाद उसके पिता के पास एक अंजान नंबर से कॉल आई। फोन करने वाले ने कहा कि बच्चा उसके पास है और उसकी रिहाई के बदले में 25 लाख रुपये की फिरौती मांगी। हालांकि, बच्चे की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण डूबना बताया गया, इस वजह से अमन विहार पुलिस ने इस कॉल को उतनी गंभीरता से नहीं लिया। मगर क्राइम ब्रांच ने जिस नंबर से कॉल आई थी, उसे सर्विलांस पर लगा दिया। 

जांच में मोबाइल नंबर गोविंदपुरी निवासी महिला के नाम पर होने का पता चला। इंस्पेक्टर मुकेश अंतिल को पूछताछ में महिला ने बताया कि उसका नंबर कुछ दिन पहले खो गया था, जिसकी उसने पुलिस में रिपोर्ट भी दर्ज कराई थी। इसी बीच सर्विलांस से आरोपी की लोकेशन पता चल गई और पुलिस ने उसे उसके घर से दबोच लिया। पूछताछ में आरोपी ने स्वीकार कर लिया कि उसने ही बच्चे को अगवा किया था और उसे गहरे नाले में धक्का दे दिया था। कोई शक न करे, इसके लिए वह परिजनों के साथ बच्चे को ढूंढ़ने का नाटक करता रहा। 

पुलिस पूछताछ में आरोपी ने बताया कि उसने हिंदी फिल्मों में देखा था कि अपहरण कर हत्या करने के बाद भी आरोपियों ने फिरौती की रकम वसूली है। इसी को ध्यान में रखते हुए उसने सोचा कि बच्चे को अगवा कर वह उसे मार देगा व उसके परिजनों से फिरौती वसूलेगा। अगर वह बच्चे को मारेगा नहीं तो पकड़ा जाएगा। पुलिस के हत्थे चढ़े आरोपी ने 12वीं तक पढ़ाई की है और वह आईटी का डिप्लोमा कोर्स कर रहा था। मगर वह अच्छे संस्थान में दाखिला लेना चाहता था,जिसमें ज्यादा रुपये खर्च होते। वह फिरौती की रकम से किसी अच्छे संस्थान में दाखिला लेना चाहता था।

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