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मुंबई : सत्ता की चाभी अपने हाथ में रखने वाले ठाकरे परिवार के युवा नेता आदित्य ठाकरे मुख्यमंत्री पद की रेस में निकल पड़े हैं। जन आशीर्वाद यात्रा पर निकले युवा नेता आदित्य ठाकरे का कहना है, यह तो जनता तय करेगी। हालांकि राज्य का अगला मुख्यमंत्री तो उनकी पार्टी ही तय करेगी। शिवसेना के प्रवक्ता संजय राउत का कहना है कि, अब आदित्य ठाकरे को महाराष्ट्र की कमान संभालनी चाहिए। राउत के मुताबिक यह शिवसेना की मुख्यमंत्री पद पर यात्रा की शुरुआत होगी। शुक्रवार को आदित्य ठाकरे की जन आशीर्वाद यात्रा धुले पहुंची, जहां पर उन्होंने जनता से संवाद किया। गुरुवार को ठाकरे ने यात्रा की शुरुआत की। इस मौके पर आदित्य ने कहा कि जन आशीर्वाद यात्रा में वह कुछ भी हासिल करने नहीं आए हैं। उन्होंहने कहा कि वह सिर्फ यहां पर जनता का आशीर्वाद लेने के लिए आए हैं। 

आदित्य ने कहा, मेरे दादा और पिता ने मुझे सिखाया है कि मुझे आपका प्यार और दुआएं हासिल करनी चाहिए। चुनाव जीतने के बाद कोई भी आशीर्वाद लेने वापस नहीं आता, लेकिन मैं उन लोगों को धन्यवाद देने आया हूं जिन्होंने हमें वोट दिया और उन्हें मनाने भी जिन्होंने हमें वोट नहीं दिया। ठाकरे ने संभावना जताई कि आने वाले चुनावों में सिर्फ भगवा लहराएगा। आदित्य ठाकरे ने आगे यह भी कहा कि अपनी यात्रा के दौरान वह जिन मुद्दों से रूबरू होंगे उन पर सीएम देवेंद्र फडणवीस से चर्चा जरूर करेंगे। 

बता दें कि शिवसेना के भीतर करीब 52 साल बाद (1966 में पार्टी बनी थी) एक बड़ा परिवर्तन देखने को मिल सकता है। अभी तक पार्टी में सिर्फ 'रिमोट कंट्रोल' की भूमिका में रहते आए ठाकरे परिवार (बालासाहेब ठाकरे और उद्धव ठाकरे) में पहली बार कोई चुनाव लड़कर सामने से राजनीतिक लड़ाई लड़ने को तैयार है। आदित्य ठाकरे महाराष्ट्र में अक्टूबर में होने जा रहे विधानसभा चुनाव में बतौर शिवसेना प्रत्याशी चुनावी मैदान में उतरने के लिए तैयार हैं। इसके बाद से ही यह अटकलें तेज हो गई हैं कि आदित्य ठाकरे परिवार से पहले मुख्यमंत्री उम्मीदवार हो सकते हैं। सीएम पद की रेस में आदित्य को इस बार सबसे आगे माना जा रहा है। 

दरअसल, यह अटकलें तभी से लगनी शुरू हो गई हैं जब लोकसभा चुनाव में महाजीत के बाद संसद के सेंट्रल हॉल में जब पीएम मोदी एनडीए सहयोगियों को संबोधित कर रहे थे। उस दौरान आदित्य ठाकरे महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के ठीक बगल वाली कुर्सी पर बैठे थे। उधर, उद्धव ठाकरे एनडीए सहयोगी पार्टी शिवसेना की तरफ से मंच पर मौजूद थे। ऐसे में सूबे के सीएम के ठीक बगल वाली कुर्सी पर आदित्य के बैठने से भी यह संकेत गया कि अब जूनियर ठाकरे पार्टी में बड़ी भूमिका के लिए भी तैयार हो रहे हैं। 


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