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मुंबई : केंद्र सरकार ने हज यात्रा पर मिलने वाली सब्सिडी खत्म करने का जो फैसला लिया है, उसका असर दिख रहा है। इस साल बिना सब्सिडी के 2 लाख भारतीय मुसलमान हज यात्रा पर जाएंगे। इसमें महिलाओं की संख्या 48 फीसदी है। रविवार को हज यात्रा को लेकर एक ऐप भी लॉन्च किया गया है, जिसकी मदद से यात्रियों से सरकार सुविधाओं को लेकर फीडबैक लेगी। केंद्र सरकार में दोबारा मोदी सरकार के आने के बाद पहली बार अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने मुंबई का दौरा किया। उन्होंने हज हाउस में निजी टूर ऑपरटरों (पीटीओ) को नई हज पॉलिसी की जानकारी दी। नकवी ने कहा कि देश के इतिहास में पहली बार हो रहा है जब बिना सब्सिडी के 2 लाख यात्री हज पर जा रहे हैं। इसमें 1 लाख, 40 हजार हज यात्री हज कमिटी ऑफ इंडिया और 60 हजार हज यात्री पीटीओ के जरिए हज पर जाएंगे। पीटीओ को भी 10 हजार हज यात्रियों को हज कमिटी ऑफ इंडिया के निर्धारित पैकेज पर ही ले जाना होगा। 

यात्रियों की सुविधा के लिए ऐप और पोर्टल 

रविवार को नकवी ने हज यात्रियों की सहूलियत के लिए एक ऐप लॉन्च किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि हज यात्रियों की सुविधा भारत सरकार की प्राथमिकता है। सरकार ने पहले ही एक पोर्टल शुरू किया है। हज यात्रियों को कोई तकलीफ न हो और उन्हें सुविधाएं मिलें, इसका विशेष ख्याल रखा जाएगा। सरकार ने एक बेहद पारदर्शी हज यात्रा पॉलिसी बनाई है, जिससे हज यात्रियों के साथ ठगी न हो। 

बिना मेहरम महिलाओं की संख्या बढ़ी 

नकवी ने कहा, 'इस वर्ष बिना मेहरम (पुरुष रिश्तेदार) के हज यात्रा पर जाने वाली महिलाओं की संख्या भी बढ़ी है। इस वर्ष 2340 महिलाएं बिना मेहरम के हज पर जा रही हैं।' 

4 जुलाई से सेवा शुरू

केंद्रीय मंत्री ने बताया कि हज यात्री देश भर के 21 हवाई अड्डों से 500 से ज्यादा फ्लाइटों के जरिए हज पर जाएंगे। 4 जुलाई को दिल्ली, गया, श्रीनगर और गुवाहाटी से हज के लिए फ्लाइट शुरू होंगी। इसके बाद अन्य शहरों से हज के लिए फ्लाइट की सुविधा उपलब्ध होगी। 


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