क्या है नौ गद्दों का राज, पूछताछ में अपूर्वा ने बताई ये बात
दिवंगत नेता नारायण दत्त तिवारी के बेटे रोहित शेखर तिवारी की हत्या की जांच कर पुलिस जांच में यह बात सामने आई है कि रोहित उनकी मां उज्जवला और भाई सिद्धार्थ तीनों के नाम से कुल छह करोड़ रुपये की फिक्सड डिपाजिट (एफडी) है। इसके अलावा उज्जवला के नाम देहरादून, में फार्म हाउस भी है। उज्जवला ने पूछताछ में बताया था कि बहुत पहले गांव की जमीन को बेचकर फार्म हाउस खरीदा गया था। रोहित अपने कमरे में नौ गद्दों पर सोता था। पुलिस ने जांच के दौरान पाया कि रोहित अपने कमरे में नौ गद्दों पर सोता था। आगे की स्लाइड्स में पढ़े पूरी कहानी...
उज्जवला ने ये भी बताया था कि उसने अपनी वसीयत में फार्म हाउस रोहित और सिद्धार्थ के नाम कर दिया है। हालांकि अभी तक वसीयत पुलिस को नहीं मिली है। पुलिस रोहित हत्या मामले की जांच प्रॉपर्टी के एंगल से भी कर रही है। जांच के दौरान एनडी तिवारी के खाते में पुलिस को सिर्फ 10 हजार रुपये मिले हैं। रोहित की हत्या में पुलिस उनकी पत्नी अपूर्वा को गिरफ्तार कर चुकी है।
उज्जवला ने ये भी बताया था कि उसने अपनी वसीयत में फार्म हाउस रोहित और सिद्धार्थ के नाम कर दिया है। हालांकि अभी तक वसीयत पुलिस को नहीं मिली है। पुलिस रोहित हत्या मामले की जांच प्रॉपर्टी के एंगल से भी कर रही है। जांच के दौरान एनडी तिवारी के खाते में पुलिस को सिर्फ 10 हजार रुपये मिले हैं। रोहित की हत्या में पुलिस उनकी पत्नी अपूर्वा को गिरफ्तार कर चुकी है।
रोहित की हत्या की जांच में ये बात सामने आई कि रोहित व अपूर्वा जिस सी-329 डिफेंस कॉलोनी में रहते थे उसमें वर्ष 1979 से रंगाई-पुताई नहीं हुई है। वर्ष 1978 में पेशे से वकील रहीं उज्जवला ने कोठी खरीदी थी। मामले की जांच कर रहे पुलिस अधिकारियों ने बताया कि कोठी के अंदर की दीवारों की हालत बहुत खराब हो गई है। अपराध शाखा के एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि पति रोहित की हत्या की आरोपी अपूर्वा शुक्ला तिवारी व उसकी सांस तंत्र-मंत्र में विश्वास करते ते। बताया जाता है कि शादी के बाद अपूर्वा पति से रूठकर इंदौर चली गई थी। इसके बाद उज्जवला ने घर में हवन आदि कराया था।