एक सप्ताह में तीन बार फूटे पाइप, जलापूर्ति ठप
भायंदर, एक सप्ताह के अंदर तीन बार अलग-अलग स्थानों पर जलापूर्ति की मुख्य जल वाहिनी (पाइप लाइन) फूट जाने के कारण जारी मरम्मत कार्यों की वजह से मीरा-भायंदर शहर में पिछले ७८ घंटे से जलापूर्ति ठप हो गई है। शहर के विभिन्न परिसरों में तीन-चार दिनों से जलापूर्ति नहीं हो सकी है। इस वजह से पानी के लिए त्राहिमाम् की स्थिति उत्पन्न हो गई है।
अंबरनाथ शहर के जांभुल जलशुद्धिकरण केंद्र से करीब ५६ किलोमीटर की दूरी पर स्थित मीरा-भायंदर शहर को पुरानी पाइप लाइन से ही पहले की अपेक्षा अधिक दवाब से जलापूर्ति की जा रही है। अधिक दबाव के कारण महाराष्ट्र औद्योगिक विकास महामंडल के शीलफाटा परिसर में बार-बार पानी की पाइप लाइन फूट जा रही है, जिसका परिणाम मीरा-भायंदर शहर पर पड़ रहा है। करीब ४० वर्ष पूर्व बिछाई गई यह पाइप लाइन मीरा-भायंदर शहर के लिए की जा रही पानी आपूर्ति की अपेक्षित दवाब झेलने में असमर्थ साबित हो रही है।
मीरा-भायंदर शहर में महाराष्ट्र औद्योगिक विकास मंडल द्वारा की जानेवाली जलापूर्ति की पाइप लाइन के मरम्मत कार्य के लिए गुरुवार ७ अक्टूबर की मध्यरात्रि से ८ अक्टूबर शुक्रवार की मध्यरात्रि तक २४ घंटे के लिए जलापूर्ति बंद रखी गई थी। इसके बाद शनिवार को जलापूर्ति शुरू होते ही कल्याण के शीलफाटा के पास सुबह ७.३० बजे पुन: पाइप लाइन फूट गई। खिड़कालेश्वर मंदिर और देसाई गांव के पास मरम्मत कार्य किया गया। यह कार्य पूर्ण होते ही पुन: एक बार जांभली परिसर में पाइप लाइन में लीकेज शुरू हो गया। इस वजह से मीरा-भायंदर शहर के अधिकांश परिसरों में चार दिन से जलापूर्ति अवरुद्ध रही। सोमवार को शहर के कुछ परिसरों में जलापूर्ति हुई लेकिन अधिकांश परिसरों में मंगलवार दोपहर तक जलापूर्ति नहीं हुई।