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मुंबई, मुंबई में कोरोना की दोनों लहर को कंट्रोल करनेवाली मनपा अब अपना मिशन मलेरिया, डेंगू और जीका की ओर कर दिया है। कोरोना से जंग के बीच मनपा कीटनाशक विभाग मुंबई शहर और उपनगरों में मच्छरों के प्रजनन स्थल तलाश कर मलेरिया और डेंगू पैâलानेवाले मच्छरों को चुन-चुनकर मार रही है। बीते साढ़े सात महीनों में कीटनाशक विभाग ने मलेरिया, डेंगू और जीका वायरस पैâलानेवाले मच्छरों के ४८ हजार लार्वा को नष्ट किया है। इसके अलावा जहां-जहां मच्छर पनपते हैं उनके उत्पत्ति स्थल यानी टायर और अन्य वस्तुओं पर भी मनपा ने कार्रवाई की है। अपने मिशन के तहत मनपा ने इन साढ़े सात महीनों में १२ हजार टायर और २ लाख से अधिक अन्य वस्तुओं को हटाया है। मच्छरों के लार्वा को नष्ट करने के लिए कीटनाशक विभाग ने १,५०० कर्मचारी मैदान में उतारे हैं। मनपा के कीटनाशक विभाग की टीम ने पूरे प्रशासनिक २४ वॉर्ड में आनेवाले कुल ३९,४८१ स्थानों पर एडीज इजिप्टी पैदा करने वाले डेंगू मच्छरों के लार्वा तो ७,९६२ स्थानों पर एनोफिलीज स्टेफेन्सी (एनोफिलीज स्टेफेन्सी) पैदा करने वाले मलेरिया मच्छरों के लार्वा पाए गए। मनपा के कीटनाशक विभाग के कर्मचारियों ने इन मच्छरों की उत्पत्ति के स्थानों को तुरंत नष्ट कर दिया। इमारतों में गमले, टैरेस और झोपड़पट्टी इलाकों में घरों की छत पर टायर, बोतल, प्लास्टिक आदि में जमा पानी में इन मच्छरों के लार्वा पाए गए हैं। कुल १२,०३८ टायर और २ लाख ८०,९८७ अन्य बोतल, प्लास्टिक, ड्रम आदि को हटाया गया है। मनपा के कीटनाशक अधिकारी राजन नारिंगेकर ने बताया कि मच्छरों की उत्पत्ति का पता लगाने के लिए मनपा के लगभग १,५०० कर्मचारी सतत काम कर रहे हैं।
नारिंगरेकर ने बताया कि एक मादा मच्छर एक बार में १०० से १५० अंडे देती है। मादा मच्छर का औसत जीवनकाल ३ सप्ताह का होता है। इन तीन हफ्तों के दौरान मादा कम से कम ४ बार अंडे देती है। वह आमतौर पर ४०० से ६०० मच्छर पैदा करती है। ये मच्छर डेंगू/मलेरिया जैसी बीमारियों के पैâलने का कारण बनते हैं। क्षेत्र में इनसे फैलाने वाले रोगों को नियंत्रित करने और उसके प्रसार को रोकने के लिए कीटनाशक विभाग लगातार काम कर रहा है। दवा छिड़काव, धुआं छिड़काव, मच्छरों का पता लगाने और उन्मूलन जैसे विभिन्न उपाय भी नियमित रूप से किए जा रहे हैं।
डेंगू के ८० प्रतिशत मरीजों को उनके घरों या उनके आस-पास जन्मे एडीज एजिप्टी डेंगू मच्छर के काटने से बीमारी होती है। यह साफ जमा पानी में पाया जाता है। डेंगू मच्छरों के अंडे सजावटी पौधों जैसे पानी के पंप, फेंग शुई के पेड़, बांस के पौधे, मनीप्लांट पसंद करते हैं; प्लेट, टायर, एयर कंडीशनिंग सिस्टम, रेप्रिâजरेटर ट्रे, डीप्रâॉस्ट ट्रे जैसे विभिन्न स्थानों पर पाए जाते हैं।


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